केंद्र सरकार की कश्मीर नीति मस्क्यूलर पॉलिसी मानी जाती है. वहां पर रमज़ान के महीने में जब सरकार ने सीज़फायर का ऐलान किया तो ये माना गया कि कोशिश दिलों की जीतने की है. गृह मंत्रालय ने एक ट्वीट कर कहा कि अमन पसंद मुस्लिम अमन के माहौल में रमज़ान बिताएं इसलिए ये फैसला लिया गया है. इस दौरान कोई pro active operations नहीं होंगे लेकिन जवाबी कार्रवाई में कोई कसर नहीं रखी जाएगी. जम्मू-कश्मीर में एकतरफ़ा संघर्ष विराम के सरकार के फ़ैसले के बाद हिंसा की वारदात तेज़ी से बढ़ी है. गृह मंत्रालय के मुताबिक घाटी में हिंसा की वारदातों में तिगुना इजाफ़ा हुआ है.