नरेंद्र मोदी की ऐहिासिक जीत ने कई नए प्रतिमान बनाए हैं और कई धारणाओं को तोड़ा है। उनका पूरा प्रचार अभियान अमरीकि राष्ट्रपति चुनाव की तर्ज पर था, जहां वह खुद अपने नाम पर लोगों से वोट देने की अपील कर रहे थे। ऐसे में यहां एक सवाल उठता है कि क्या यह संसदीय लोकतंत्र का अंत है? एक चर्चा...