मुस्लिम वोटों की नुमांइदगी करने का दम भरने वाले उलेमा राजनीति के नाम पर बंट गए हैं। अहमद बुखारी ने कांग्रेस को जिताने की अपील की है, तो उनके भाई याह्या बुखारी ने कांग्रेस को हराने की अपील की है। मौलाना तौकीर रज़ा अभी तक मुलायम का प्रचार कर रहे थे, अब मायावती का करने लगे हैं…वहीं कल्बे जव्वाद राजनाथ के साथ आ गए हैं…