स्वतंत्रता सेनानी गुरदयाल सिंह कई सालों से अपनी पेंशन के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। अब तक उन्हें पेंशन नहीं दी जा सकी है। सरकारी बाबुओं का काम... उफ...
(यह एपिसोड मूल रूप से सितंबर, 2007 में प्रसारित किया गया था, और अब इसे 'एनडीटीवी क्लासिक' के तहत दोबारा दिखाया गया है)