कोयला घोटाले से जुड़ी जांच की ड्राफ्ट स्टेटस रिपोर्ट को कानून मंत्री और पीएमओ अधिकारियों के साथ साझा करने से जुड़े सीबीआई के एफिडेविट पर सुप्रीम कोर्ट ने तल्ख लहजे में कहा कि सीबीआई पिंजरे में बंद तोते के समान है, जिसके कई मालिक हो गए हैं और वह अपने मालिकों की ही भाषा बोलती है।