एजेंसियों का सच

  • 2:30
  • प्रकाशित: फ़रवरी 15, 2010
राजधानी में घर में काम करने वालों की मांग इतनी ज्यादा है कि लोग न तो प्लेसमेंट एजेंसियों के बारे में जानकारी इकट्ठी करते हैं और न ही काम करने वाले को वैरीफाई करवाते हैं।

संबंधित वीडियो