सरकार कहती है कि मरने वाले बच्चों की संख्या 114 है. लेकिन क्या यह पूरी संख्या है. क्या इसमें वे बच्चे भी शामिल हैं जो अस्पताल मे नहीं पहुंच सके और गांव में ही दम तोड़ गए. मनीष कुमार और हबीब ने वैशाली ज़िला के भगवानपुर प्रखंड के कुछ गांवों का दौरा किया. जहां 15 बच्चों की मौत हुई है. गांव के लोगों ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्चे रास्ते में ही दम तोड़ दे रहे हैं. गांव के लोगों ने बताया कि वह एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ही दौड़ते रह गए और बच्चे की सांसें थम गईं.