Uttarakhand Cloudburst: भ्यताएं हमेशा नदियों के किनारे विकास का रास्ता तय करती हैं...लेकिन उनकी विकास यात्रा अगर नदी के रास्ते से टकराती है तो भारी तबाही के रूप में इसका नुकसान उठाना पड़ता है... क्योंकि नदी जब लौट कर आती है तब उसके रास्ते में जो भी आता है, नदी अपने साथ बहा कर ले जाती है...अक्सर मंदिर इन तबाहियों के चश्मदीद बनते हैं...ऐसा ही एक मंदिर धराली गांव में भी है, जो 190 साल पहले आई तबाही का भी चश्मदीद बना था...और कल आई आपदा का भी गवाह बना.