बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड ('बीसीएमएल') भारत की दूसरी सबसे बड़ी चीनी निर्माण कंपनी है. 'बीसीएमएल' को 1975 में शामिल किया गया था. बीसीएमएल, अपनी सामाजिक जिम्मेदारी पहल के माध्यम से "बलरामपुर फाउंडेशन" का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने में मदद करना है. पूजा त्रिपाठी एक ऐसी महिला हैं, जिन्होंने अपने प्रोजेक्ट 'नई उम्मीद' के जरिए बलरामपुर फाउंडेशन के सहयोग से उषा सिलाई स्कूल खोला है. उनके स्कूल का उद्घाटन नवंबर 2020 में हुआ था.