भारत में बढ़ती सिलाई स्कूलों की तादाद के साथ उषा सिलाई स्कूल कार्यक्रम को एहसास हुआ की ज्यादा बेहतर ट्रेनिंग देने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षकों की जरूरत है. इसे अमल में लाने के लिए मास्टर ट्रेनर तैयार करने का इरादा किया गया. जिस पर पिछले कुछ सालों से अमल किया जा रहा है. सिलाई स्कूल के टीचरों के ग्रुप से गांव स्तर पर एक मास्टर ट्रेनर का चुनाव होता है. चूंकि ये मास्टर ट्रेनर इसी समुदाय से आते हैं, तो उन्हें अपने ट्रेनी से स्थानीय भाषा में संवाद करने, ट्रेनिंग देने और उनसे जुड़ने में आसानी होती है.