इस साल यूपी में पहले 3 दिनों में 10वीं, 11वीं की यूपी बोर्ड परीक्षाओं के लिए 6 लाख से ज़्यादा छात्र बैठे ही नहीं. कारण बताया गया कि टाइट स्क्रीनिंग और नकल रोकने के लिए उठाए गए कदमों का ये नतीजा है. हालांकि इससे पहले 2017 में 3.39 लाख छात्र नहीं बैठे. उससे पहले 2016 में 7.5 लाख और 2015 में ये आकड़ा 5.35 लाख का है. तो आखिर इतनी बड़ी संख्या में छात्र क्यों नहीं इम्तिहान दे रहे.