बेबुनियाद ख़बरों से लोगों की जान पर बन आई है. रोज़ाना भड़काऊ संदेशों से भड़कती भीड़ बेगुनाहों को पीट पीटकर मारने पर उतारू है, लेकिन ख़तरे की बात ये है कि कहीं कहीं जिन लोगों को क़ानून की हिफ़ाज़त के लिए चुना गया है वही फ़ेक न्यूज़ फैलाने में मदद कर रहे हैं. त्रिपुरा के शिक्षा मंत्री ने हाल में ऐसा ही काम किया, जिसका अंजाम बहुत ही गंभीर हुआ.