तिरुपति में महीने भर लायक ही पानी बचा है क्योंकि जिन जलाशयों से पानी आता है उनमें पानी बहुत ही कम है. इसलिये पानी की राशनिंग कर दी गई है. हज़ारों की तादाद में आने वाले तीर्थयात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. तिरुपति की आबादी तकरीबन 4 लाख है और तकरीबन 80000 लोग रोज़ ही बालाजी के दर्शन करने के लिये यहां आते हैं. तिरुपति अपने पानी के लिए कैलाशगिरी जलाशय और कल्याणी बांध के सहारे है. पानी की कमी को देखते हुए हफ्ते में एक या दो दिन पानी दिया जा रहा है, अगर ऐसा ना हो तो तिरुपति का पानी महीने भर में ही खत्म हो जाए. नवंबर में मानसून आने तक पानी चलाना है.