बिहार के गोपालगंज में भ्रष्टाचार का एक बड़ा नमूना देखने को मिला है. यहां सत्तरघाट-छपरा रोड का एक हिस्सा गंडक नदी में आई बाढ़ में बह गया. ये सड़क इस महासेतु पुल को जोड़ती थी, जिसका 16 जून को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया था. हालांकि 264 करोड़ की लागत से बने पुल को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. सड़क टूटने से चंपारण, तिरघुट और सारण के कई जिलों से संपर्क टूट गया है. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा, '16 जून को इसका उद्घाटन हुआ था. लगभग 8 साल से ये पुल बन रहा था. नीतीश जी संगठित भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह पूरी तरह से हो चुके हैं.'