मंगलवार को मैं सदन में इराक में बंधक बनाए गए भारतीयों के बारे में जो ताजा जानकारी मिली था, उसके बारे में संसद में बोलना चाहती थी. लेकिन जिस तरीके से संसद चल रही थी कि पांच तारीख से 20 तारीख तक कोई काम नहीं हुआ तो एक अनिश्चितता थी कि शायद आज भी बोलने न दिया जाए.