NDTV पर ‘स्पॉटलाइट’ में बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी ने खास बातचीत की. उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, “जब हम गांव से निकलते हैं तो हमारा संघर्ष सिर्फ ये नहीं होता है कि आप अपनी मंजिल तक पहुंचे. आपका संघर्ष पूरी तरह एक नई संस्कृति को, नई भाषा को अपने अंदर समाहित करना होता है. उसको जीना होता, उसको जीने के लिए आपको बहुत कुछ सीखना होता है, चाहे वो भाषा के स्तर पर, चाहे वो आचार-व्यवहार के स्तर पर हो, चाहे सांस्कृतिक रूप से हो. इस बीच सिर्फ आप अभिनेता बनने की लड़ाई नहीं लड़ रहे होते हैं. बल्कि अभिनेता बनने की दिशा में जो कोशिश होती, उस कोशिश में हर स्तर से गुजरना होता है.”