लॉकडाउन ने छोटे और लघु उद्योगों की सप्लाई चेन को तोड़ दिया है. उनकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. लॉकडाउन से धीरे-धीरे हटते प्रतिबंध के बाद अब फैक्ट्रियां खुल रही हैं लेकिन बाजार में डिमांड काफी कमजोर है. नकदी का संकट बना हुआ है और सप्लाई चेन भी टूट गई है. कारोबारी संजीव सचदेवा ने NDTV से बातचीत में बताया कि पांच हफ्ते पहले उनकी फैक्ट्री में 5 से 8 मजदूर काम कर रहे थे और अब 25 से 30 मजदूर काम कर रहे हैं.