शिवसेना ने नागरिकता बिल पर लोकसभा में सरकार का साथ देकर सबको हैरान कर दिया. शिवसेना ने बिल के पक्ष में वोट किया जबकि इससे पहले सामना में उसने बिल का विरोध किया था. माना जा रहा है अब राज्यसभा में भी शिवसेना यू-टर्न मार सकती है. शिवसेना ने बाहरी देश से आए लोगों को पच्चीस साल के लिए वोटिंग का अधिकार न देने और श्रीलंका से आए लोगों को भी नागरिकता देने की रखी शर्त रखी है. उद्धव ने कहा, ''हमारे सवालों का जवाब नहीं मिला तो हम साथ नहीं''.