वाट्सएप ने एक चौंकानेवाला ख़ुलासा किया है. अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़ वाट्सएप ने माना है कि लोकसभा चुनावों के दौरान इज़रायली स्पाइवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर भारतीय पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की जासूसी की गई. उनके फ़ोन को सर्विलांस पर रखा गया. हालांकि किन लोगों और कितने लोगों के साथ ऐसा हुआ है, इसे लेकर वाट्सएप ने कोई जानकारी नहीं दी है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़ वाट्सएप को इस जासूसी की जानकारी थी और बाद में उसने उन सभी लोगों से संपर्क किया, जिन पर निगरानी रखी गई थी.