कई राज्यों में एक-दूसरे के प्रतिद्वंदी रहे दलों के सामने सीटों का बंटवारा एक अहम चुनौती है. दिल्ली और पंजाब में AAP और कांग्रेस के बीच आसान नहीं ये काम. 31 दिसंबर की डेडलाइन है. लेकिन केजरीवाल 30 दिसंबर तक के लिए चले गए विपश्यना के लिए.