अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं. ये बदला हुआ तालिबान है, इक्कीसवीं सदी का तालिबान जो नरम भाषा बोल रहा है, या असलियत वही अभी भी IC814 वाली है. असलियत वही है जो जुल्म ढाते हैं और आतंकवाद में लिप्त हैं, जोकि पाकिस्तान के इशारे पर नाचते हैं. इसलिए अब जो सवाल उठ रहे हैं वो है ये – तालिबान अफगानिस्तान पर क्या हो भारत की राह?