फ़र्जी खबरों पर खूब बहस होती है. ये ख़बरें कहां से आती हैं, कौन लाता है, कौन फैलाता है, इस पर खूब बात होती है. लेकिन जब इस तरह की गलत खबरें जब सरकारों को लेकर हों और उनका पर्दाफाश होने में कई-कई दिन लग जाएँ तो मंसूबों पर शक होना तो लाजिमी है। मैं बात कर रहा हूं केरल बाढ़ पर विदेशी मदद को लेकर आई ख़बर की। आप जानते हैं पिछले चार दिनों से हंगामा मचा हुआ है कि जब संयुक्त अरब अमीरात ने केरल में बाढ़ राहत के लिए सात सौ करोड़ की पेशकश की तो भारत ने इनकार क्यों किया?