किसानों ने 5 दिसंबर को पूरे भारत में प्रदर्शन का आह्वान किया है. किसान संगठनों की बैठक में ये फैसला लिया गया. कल किसानों की सरकार से पांचवे दौर की बातचीत होनी है. इसका मतलब ये समझा जाए कि किसान अपने आंदोलन को करो या मरो के इरादे से चला रहे हैं. वे सरकार के किसी दबाव में नहीं आना चाहते हैं. सरकार ने किसानों की मांगों को लेकर विचार करने के संकते दिए थे. मगर किसान तीनों कानूनों की वापसी चाहते हैं.