झंडा खादी का हो या पॉलिएस्टर का, यह सवाल तो है ही है लेकिन क्या इतने कम समय में 20 करोड़ झंडे का उत्पादन, वितरण, विक्रय वगैरह सब हो जाएगा, बिलकुल हो सकता है. लेकिन इस समय कई निर्माताओं का कहना है कि अचानक आए ऑर्डर को पूरा करने के लिए ना तो सामग्री है ना पूंजी है.