सुप्रीम कोर्ट के चार वकील त्रिपुरा गए, वहां के हालात का जायज़ा लेने. अब उन वकीलों को UAPA के तहत नोटिस भेज दिया गया है. आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए सांप्रदायिक दुर्भावना फैलाने का काम किया है. उन्हें दस नवंबर तक त्रिपुरा आकर जवाब देने के लिए कहा गया है. पहले प्रेस को धमकाया गया और अब वकीलों की बारी है.