मुंबई रेल सुरक्षा बल की एक महिलाकर्मी को उसके कामों के लिए अनूठा उपहार मिला है. मुंबई में बाल-सुरक्षा के लिए किए गए उनके कामों को महाराष्ट्र के उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की पुस्तकों में अब पढ़ाया जाएगा. रेखा मिश्रा अब तक घर से बिछड़े 953 बच्चों को मिला चुकी हैं.