राज्यसभा और लोकसभा में विपक्ष के सदस्यों ने महाराष्ट्र में जातीय हिंसा का मुद्दा उठाया. राज्यसभा में सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसकी अनुमति नहीं दी और सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. वहीं लोकसभा में कांग्रेस नेता मलिल्कार्जुन खड़गे ने कहा कि कार्यक्रम में किसने दखल दिया था? उन्होंने कहा कि समाज में बंटवारा करने के लिए, कट्टर हिंदुत्ववादी जो वहां आरएसएस के लोग हैं और इसके पीछे उनका हाथ है.