अंगदान से जुड़ी चुनौतियों में एक इसकी हमेशा बढ़ती मांग और कम उपलब्धता रही है. सिर्फ केरल में ही 2018 में सड़क हादसे के 4 हजार से ज्यादा मामले आए जबकि डोनर्स एक चौथाई भी पूरा नहीं कर सके. ऐसे में अंगदान करने वालों की पहचान और उनका भरोसा हासिल करने के लिए सरकार, निजी अस्पताल और दूसरी संस्थाएं कुछ और जरूरी कदम उठाने की सोच रही हैं.