80 हज़ार टन मलबा निकला है. भ्रष्टाचार का टावर नाम देकर नोएडा में जिस टावर के गिरने का जश्न मनाया गया, अब मलबे का टावर बन कर लोगों के फेफड़े में घुस चुका होगा और घुसता रहेगा. नोएडा और देश के अन्य इलाकों में अनगिनत लोग बिल्डरों के जाल में फंसे हुए हैं, उन्हें अगर किसी तरह से उम्मीद है कि मीडिया उनकी आवाज़ बनने जा रहा है तो वे धोखे में न रहें.