जब 15 अगस्त के दिन बलात्कार के मामले में सज़ा पाए 11 कैदियों को रिहा किया गया, तब कितने सवाल उठे कि बिलकिस बानो के साथ बलात्कार और उनके परिवार के कई सदस्यों की हत्या में शामिल इन लोगों को सज़ा पूरी होने से पहले क्यों छोड़ा गया? गोदी मीडिया से लेकर मंत्री तक सब चुप ही रहे. कायदे से केंद्र सरकार तभी बता सकती थी कि बलात्कार के मामले में सज़ा काट रहे 11 कैदियों को समय से पहले रिहा करने की मंज़ूरी गृह मंत्रालय ने दी है.