आज कहानी घूम रही है ज़ी न्यूज़ के ऐंकर रोहित रंजन के गिरफ्तारी के प्रयास की. कमाल यह है कि ज़ी न्यूज़ ने राहुल गांधी के मामले में फेक वीडियो चलाने की सारी ज़िम्मेदारी अपने ही दो कर्मचारियों पर डाल दी है और उनके खिलाफ थाने में शिकायत कर दी है. अब तय करना मुश्किल हो रहा है कि प्रेस की आज़ादी पर हमला छत्तीसगढ़ की पुलिस कर रही है या ज़ी न्यूज़ कर रहा है?