आपने वह तस्वीर तो देखी होगी. दिल्ली में प्रधानमंत्री कोविड के हालात को लेकर बैठक कर रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिन्तित हैं. लेकिन उन्हीं प्रधानमंत्री की रैली की तस्वीर देखकर क्या आप बता सकते हैं कि रैली में आए लोगों ने कोविड के नियमों का पालन किया है? किसी ने मास्क पहना है? प्रधानमंत्री चिन्तित हैं कि इन्हें कोरोना हो गया तो? चुनाव शुरू होते ही हर दल के नेता भीड़ की तस्वीरों को ट्वीट करने लगे और अपनी लोकप्रियता की ताकत दिखाने लगे. उन तस्वीरों में मास्क नदारद था. अब तो लोग मज़ाक करने लगे हैं कि कोरोना को ख़त्म करना है तो चुनाव करा दो. जहां चुनाव होता है वहां कोरोना का कोई डर नहीं होता है. कोई नाइट कर्फ्यू नहीं होता है. कोई लॉकडाउन नहीं होता है. मंच से प्रधानमंत्री को दिखता ही होगा कि कोई मास्क पहन कर नहीं आया है. क्या प्रधानमंत्री ने अपनी चुनावी सभाओं में लगातार दो गज की दूरी और मास्क पहनने की अपील की? हमने उनके हाल के तीन चार भाषणों का अध्ययन किया. उन भाषणों में इसका तो ज़िक्र है कि कोरोना के समय गरीबों को क्या क्या दिया लेकिन इस बात की अपील नहीं है कि कोरोना से बचने के लिए क्या करना चाहिए या उनकी सभा में सभी को मास्क पहन कर आना चाहिए.