एक पाठक के रूप में आपका कर्तव्य बनता है कि जब सरकार करोड़ों रुपये ख़र्च कर अपने काम के बारे में विज्ञापन छपवाए तो उसे ग़ौर से पढ़ें। यह आपका ही पैसा है. आपके टैक्स के पैसे से सिर्फ जे एन यू नहीं चलता है, सरकारी विज्ञापन भी छपते हैं. आज यूपी के अखबारों में प्रधानंमत्री के दौरे को लेकर पूरे पन्ने का वृहद विज्ञापन छपा. इस विज्ञापन से वाराणसी में हो रहे कार्यों की जानकारी तो मिली ही,साथ ही यह भी पता चला कि कार्यक्रमों के वर्गीकरण और भाषा में किस तरह के बदलाव आ रहे हैं. मुमकिन है ऐसे बदलाव कई साल पहले आ चुके हों लेकिन मेरी नज़र आज पड़ी है. इसके लिए माफी चाहूंगा.