बिजली के फिक्स्ड चार्ज को लेकर प्रदेश में बुनकर एक बार फिर आंदोलन की राह पर हैं. अक्टूबर के आखिरी महीने में बुनकरों ने 2006 में तत्कालीन सरकार को योगी सरकार के ख़त्म करने पर पावलूम ठप्प कर आंदोलन किया था. तब सरकार ने इनसे वादा किया था कि इन्हे इससे बेहतर स्कीम का फायदा देंगे. सरकार केआश्वासन पर इन्होने हड़ताल वापस ले ली लेकिन तकरीबन डेढ़ महीना गुजर जाने के बाद भी कोई स्कीम नहीं आई और बिजली वाले मीटर से भुगतान की मांग कर रहे हैं. लिहाजा अपने को छला महसूस कर रहे बुनकर एक बार फिर मुर्री बंद कर सड़कों पर हैं.