पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट की दहलीज़ पर पहुंच कर रामपाल का सारा साम्राज्य तबाह हो चुका था। जिसके दम पर वो कई दिनों से अदालत को चकमा दे रहा था पुलिस से लोहा ले रहा था वो दम निकल चुका था। रामपाल किसी लुटे पिटे नायक की तरह पुलिस की वैन से निकला तो चेहरे पर वही वैराग्य तैर रहा था जिसकी भ्रामक तालीम वो लोगों को देता आ रहा था।