भारतीय महिला हॉकी टीम का पहला ओलिंपिक पदक जीतने का सपना अधूरा रह गया. टीम की कप्तान रानी रामपाल के पिता ने मैच के बाद कहा, "मैं इसको हार नहीं मानता. ये हमारे लिए जीत है. लड़कियों ने बहुत अच्छा खेला. हार जीत तो लगी रहती है. जब रानी रामपाल वापस आएंगी, तो उनका बहुत स्वागत करेंगे. सरकार ने पूरा सपोर्ट किया है. अभी बहुत टूर्नामेंट होंगे और हम जीतते रहेंगे. मेरे लिए ये जीत है."