भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलिंपिक में जो कर दिखाया है उसकी कहानियां बरसों तक दोहराई जाएंगी. महिला हॉकी टीम पदक से एकदम करीब पहुंच कर भले ही हार गई हो, लेकिन उन्होंने देश का दिल जीता. महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने टीम के संघर्ष पर कहा कि हर प्लेयर की कोई न कोई संघर्ष की कहानी होती है. गरीब होना गुनाह नहीं होता है. हम उसे अपनी मेहनत से बदल सकते हैं. यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं था. हमें उम्मीद है कि हमने गरीब परिवार से आने वाले बच्चों को प्रेरित किया होगा कि वे सपने देख सकते हैं और उसे पूरा करने के लिए काम कर सकते हैं.