किसान महापंचायत के अध्यक्ष रामपाल जाट ने एनडीटीवी से कहा कि आंदोलन का अर्थ यह कभी नहीं है कि हम दूसरों को कष्ट में डालें. संविधान ने हमें अपनी बात कहने का अधिकार दिया है. लेकिन मर्यादाहीनता कभी स्वीकार नहीं होनी चहिए. हमने जंतर मंतर पर सत्याग्रह के लिए इजाजत मांगी थी.