इंसाफ में देर भी कम बड़ी नाइंसाफी नहीं, और कई बार तो सालों-साल का इंतजार भी यूं ही बेकार जाता है, इंसाफ नहीं मिलता। यूपी में मेरठ के मुहल्ला हाशिमपुरा भी 27 साल के इंतजार के बाद खुद को हारा महसूस कर रहा है जहां, 1987 में पुलिस की गोलियों से मारे गए 42 लोगों के परिवार इंसाफ की आस लगाए थे। प्राइम टाइम में इस पूरी घटना और इस पर आए फैसले पर एक खास चर्चा...