मसर्रत आलम मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष की जबरदस्त मांग के आगे झुकते हुए बयान दिया कि आतंकवाद और अलगाववाद पर कोई दलबंदी नहीं। इस मामले में सदन के आक्रोश के साथ हूं। इसके साथ ही पीएम ने यह भी कहा कि देश की एकता के संबंध में दुनिया में गलत संदेश नहीं जाना चाहिए। कृपया करके हमें देशभक्ति न सिखाएं।