महालक्ष्मी एक्सप्रेस में फंसे यात्रियों को भले ही अब निकालने का काम जोरों से किया जा रहा हो लेकिन यात्रियों का आरोप है कि उन तक मदद पहुंचाने में प्रशासन ने बहुत समय लगा दिया. एक यात्री ने बताया कि बाढ़ की वजह से ट्रेन के रुकने के बाद से ही वह लगातार जीआरपी से लेकर लोकल पुलिस और दूसरे शहर की पुलिस को भी कॉल कर रहे थे लेकिन कोई भी मदद के लिए आने को तैयार नहीं था. अन्य यात्रियों के अनुसार अगर आसपास के गांव वालों ने उनकी मदद नहीं की होती तो उनकी हालत और खराब हो सकती थी. हालांकि प्रशासन अब उनकी मदद के लिए आ गई है और उन्हें निकाला जा रहा है.