नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की तरफ से हो रही भारी गोलेबारी से स्थानीय लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है. ये पहला मौका है जब सीमापार से भारी तोपखाने गोले दाग रहे हैं. इस गोलेबारी में 11वीं में पढ़ने वाली नुसरत का घर जल गया जिसमें उसकी किताबें भी खाक हो गईं. बीते पांच दिनों में 700 सौ से भी ज्यादा लोगों ने उड़ी के स्कूल में शरण ले रखी है.