असम में 40 लाख लोग आज NRC की फाइनल लिस्ट के बाद गैरकानूनी हो गए. राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के दूसरे और अंतिम मसौदे को आज कड़ी सुरक्षा के बीच जारी कर दिया गया. 2 करोड़ 89 लाख लोग असम के नागरिक हैं, 40 लाख लोगों का नम इस सूची में नहीं है. यानी 40 लाख लोग भारतीय नागरिक नहीं हैं. अब इनके पास दावे पेश करने का मौका होगा जो 7 अगस्त से शुरू होगा. मार्च 1971 से पहले से असम में रह रहे लोग को ही भारत का नागरिक मान कर इस रजिस्टार में जगह मिली है. उसके बाद से आए लोगों के नागरिकता के दावों को संदिग्ध माना गया है.40 लाख लोगों का नागरिकता की लिसाट से बाहर होना विपक्ष के लिए एक बड़ा मुद्दा है. ममता बनर्जी ने कहा है कि ये बांटो और राज करो की नीति है. बीजेपी अपने वोटरों को अलग करना चाहती है.