चंडीगढ़ को भारत की पहली प्लैन्ड सिटी के तौर पर जाना जाता है. चंडीगढ़ जल्द ही पूरी तरह से ग्रीन एनर्जी से चलने वाला शहर बनने जा रहा है. 11.70 करोड़ रुपये की कुल लागत से चंडीगढ़ के सेक्टर-39 में 2000 किलोवाट पीक क्षमता की उत्तर भारत की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजना स्थापित की गई है.