राधा यादव को अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा. राधा को कोच प्रफुल नाइक ने काफी मदद की. राधा की बचपन मुम्बई के झोपडी में कटा. पिता के पैसे नहीं थे कि अच्छे स्कूल एडमिशन कर सके. क्रिकेट अकादमी में एडमिशन करा सके. लेकिन कोच प्रफुल पटेल ने राधा का साथ दिया. हर तरह की मदद की और आज राधा एक क्रिकेटर के रूप में नाम कमा रही है.