प्रवासी श्रमिक देश के हर हिस्से में हैं, ऐसे में शुरूआत में सरकार तो सोती नजर आई लेकिन कुछ लोग पहल कर लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं. इन्हीं में से एक नाम है भोपाल के नाज अजहर का. रमजान में सुबह जागने की आदत के साथ नाज और उनकी बेटी ने करीब 200 लोगों का खाना तैयार करना शुरू कर दिया. तैयारी के बाद वह लोग भोपाल बाईपास के अचारपुरा चौराहे पहुंच जाते हैं और भूखे मजदूरों को खाना बांटते हैं. अब कई लोग उनकी इस मुहिम के साथ जुड़ गए हैं.