Pakistan के प्रधानमंत्री Shehbaz Sharif पर Palestine के समर्थक देशों के बीच विश्वासघात का आरोप लगा है। यह विवाद तब खड़ा हुआ जब उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस गाज़ा शांति प्रस्ताव का समर्थन किया, जिसे फिलिस्तीन के 'स्टेटहुड' (संप्रभु राष्ट्र) के सपने को नज़रअंदाज़ करने वाला बताया जा रहा है। ट्रंप ने प्रस्ताव को सफल बताते हुए शहबाज़ शरीफ़ और पाकिस्तानी सेना प्रमुख की खुलेआम तारीफ़ की, जिससे पाकिस्तान के अंदर ही राजनीतिक दलों और कार्यकर्ताओं ने इसे 'आत्मसमर्पण' करार दिया है। योजना के तहत, गाज़ा को हमास-मुक्त करने और बंधकों को 72 घंटों के भीतर लौटाने जैसी शर्तें हैं, जबकि फिलिस्तीनी राज्य बनने की बात विकास और सुधार जैसी कड़ी शर्तों पर डाल दी गई है। हालाँकि, पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने सफाई दी है कि उनके सभी सुझावों को अंतिम मसौदे में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन फिलिस्तीनी समर्थकों का गुस्सा सातवें आसमान पर है।