पिछले दिनों ग्रेटर नोएडा में अफ्रीकी छात्रों पर हमले की घटना हुई. संसद में भी मुद्दा उठा. अधिकारियों का कहना है कि ये जांच के बाद पता चलेगा कि यह नस्लीय हमला है या नहीं. जबकि देश के बाहर जब भी किसी भारतीय पर हमला होता है तो फौरन उसे नस्लीय हमला मान लिया जाता है.