पेगासस से जासूसी कराए जाने को लेकर हमने पांच प्रमुख सवाल इकट्ठे किये हैं. हम आपसे जानने चाहते हैं कि इस विवाद में जो भी बातचीत हो रही है उसमें सच क्या है और झूठ क्या है? इसमें राजनीति क्या है और असलियत क्या है? आखिर ये कैसे पता चलेगा? हमारा पहला सवाल है – 50,000 फोन नंबरों की सूची कहां से आई? शुरू में इस पर भी बड़ा बवाल हुआ कि ये सूची पेगासस की कंपनी एनएसओ ने दिया, फिर जानकारी सामने आई कि ये रिपोर्ट कंपनी ने नहीं दी, तो ये कैसे पता चलेगा? ये हमें ऐसे पता चलेगा जब इस मामले में जांच होगी. हमारा दूसरा सवाल है- पेगासस के जरिए कितने फोन को हैक किया गया? अब ये हमें कैसे पता चलेगा? इसका भी जवाब वही है, जांच से पता चलेगा. हमारा तीसरा सवाल- एनएसओ का कहना है कि उसने स्पाइवेयर सिर्फ सरकारों को बेचा, तो क्या सरकार जासूसी कर रही थी? इस सवाल के जवाब में सरकार इससे इनकार कर रही है. लेकिन ये सॉफ्टवेयर तो सिर्फ सरकारों को दिया जाता है.