लॉकडाउन प्रवासी मजदूरों पर कहर बनकर टूटा है. मजदूर बीच रास्ते में कहीं हादसे का शिकार हो रहे हैं, तो कहीं उन्हें खाना नहीं मिल पा रहा है. अपने घर पहुंचने के लिए मजदूर सैकड़ों मील पैदल चल रहे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक छोड़ने के लिए बसें लगाई हैं लेकिन सभी इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं. गौतम बुद्ध नगर-बुलंदशहर सीमा पर मजदूर व उनके परिवार के सैकड़ों लोग घर जाने के लिए इंतजार में बैठे हैं.